बुधवार, 2 सितंबर 2015

मिनख री खोज

जूनां जूगा री बात हैं किणीखास काम रै खातिर अेक मोटा मूरख मिनख री खोज करण रो काम स्याणा समजणा लोग शुरू किनो जद व्है काकड़ (जंगल) में जाय देख्यो तद अेक मिनख रूखड़ा रे माथे बैठो एक डाळो काटे हो पण इण काम ने वो उलटी रीत सूं कर रह्यो हो, वो डाळा माथे बैठ विणणे गोड कनां सूं काट रह्यो हो जद वै भला मिनख विणने देख्यो तद वै सोच्यो इण सूं मूरख मिनख मिलणो मुसकल हैं वै पूछियो रे भाया थूं इण डाळा रे कटतां ही नीचो पड़सी उलटो कियूं बैठो हैं वो कयो इण  विध सूं मैं सोरो बैठ ने डाळो काट सकूं कवाड़ियो जीब रै साथे साथे चाले ही हो वो धड़ींद करतो नीचो आयगो आ ब़ात अपा सगळा जाणां पण आज म्हने एड़ौ लखावै के अपां मांसू घणकरा मिनख री गत विण गैले (डफोळ) सूं न्यारी कोनी पैलपोत अपां सबसूं घणा पढिया लिखिया लोगां री ब़ात करां जिण ने लोग विग्यानी कैवे वै लोग आपरी मैनत अर लगन सूं इण धरती माथे इतरा हथियार अर एड़ा टणका हथियार बणाय मेलिया हैं जिण सूं इण पूरी धरती ने सांत वळा पूरी खतम करी जाय सके आ सोचण री ब़ात हैं आखिर इण सूं तो विनाश इज हो सके ए मानखा रे खावण पिवण  ओढण पैरण रे काम तो आवेला कोनी दूजी बा़त विण मिनखां री करां जका घणा पैसा टका वाळा हैं वै आपरै मोटा मोटा मैल माळिया बणाय लांबी लांबी कारो रा काफला राखे जणा दीठ ए, सी, कार अर कमरा राखे पण वै आ बा़त भूल जावै के जिका ए ़सी ़ कमरा अर कार ने ठण्डी राखे वो वातावरण ने कितरो नुकसाण करे,... तीजी बा़त विण मिनखां री करां जका आप रे ग्यान रे कारण घणा चावा अर ठावा बाजे अर आंरे दिखायोडा़ रस्ते साधारण मिनख चाले आज जिका त्याग री जगा भोग री आथूंणा देशों री मान्यता ने अपणा वण री जका होडाहोड़ चाले हैमिनख ने कठै पूगावैला इण री बानगी आप इन्दराणी मुखर्जी वाळा मामला में देख सको इण माथै घणी बा़त री जरूत कोनी,,, चोथी बा़त म्हारे जिसा डफोळ मिनखां री हैं जिका जाणता बूझता देखा देखी आपरो नुकसाण करे जका बडैरो रै बणायोडी़ रीेतो ने छोड़ आपरी जडो़ सूं कटण में इज बहादूरी समजै मायङ भाषा बोलतो ने लाज आवे, देसी पोसाकों ने तीज तैंवार पैरता शरमा मरै  मां बापू ने जीवता ने मरियोड़ा कैवे (मम्मी डैडी) होळी दिवाळी ने छोड़ वैलेन्टाइन डे मनावे राम नमी, जनम आटम ने छोड़ खुद रा अर टाबरां रा जनम दिन मनावे, ....बा़तां घणी हैं कदै इ फैरूं करसा   एक अरज हैं अै म्हाराी गैली बाता हैं चौखी नी लागै तो गैला री गैलाइ माफ कराजो.....

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