सोमवार, 31 अगस्त 2015

आज कल एक जबरी रीत चाली हैं

आज कल एक जबरी रीत चाली हैं मिनख ने मिनख नी गिणनो एक बानगी देखावो नेता मिनखां ने बोट मांने दुकान दार मिनखां ने गराक माने फैक्टरी मालक उपभोक्ता (खरच ने खावणियो) माने फिलम बणावणियो अर खेल तमासा वाळा मिनख ने दर्शक मांने जळसो करणीया मिनखां ने भीड़ मांने इतरीज बात वैती तो मिनख धिकाय लेवतो पण विणरो नाप तोल जद दूजी बांतां सूं होवण लागे मिनख जगत में बिचारो कांइ करै, दैखो 1,मोटो मिनख आज किण ने गिणा जिण रे रूपया पईसा घणा हैं कारों बंगळा हैं अर राज में पासो हैं आज मोटा गुरूजी कुण जिण री तिनखांवा मोटी लुगायां घणकरा बखांण वांरा रूप रंग ने लेयने सुणणने पढण में आवै जै लुगायां आपस में तारीफ करै तो गैणा अर कपड़ों री करै टाबरां री तारीफ वांरा पढाई में आवण वाळा नंबरां सूं व्है इण खातर म्हनै एड़ौ लखावै क जिन मिनखां खनै फक़त मिनख पणौ हैं वै कठैई चरचा में नी आय मिनख पणै ने रूखाळै अर रामजी देखै कै जै कठैई मिनख पणै री मांग व्है तो उठै मेलूं पण इण रा लैवाळ कम दिखै @मिनख जगत में मोकळा मिनखां तणा सुगाळ 1 पण जिण मिनखां में मिनखपणों वां मिनखां रो काळ 11

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